
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन अक्सर अपने कुटनीतियों की वजह से चर्चा में रहता है। बता दें, चीन बीते कुछ सालों से अपने सैन्य विस्तार में काफी तेजी से काम कर रहा है। इस बार भी कुछ ऐसी ही घटना घटी है। दरअसल, चीन पूरी दुनिया से छिपकर एक नया और काफी खतरनाक एयरक्राफ्ट कैरियर बना रहा है। इसकी तस्वीरें सैटेलाइट के माध्यम में मिली। जिसे देखते ही दुनियाभर के एक्सपर्ट्स के पांव तले जमीन खिसक गई है। उनका मानना है कि चीन का यह नया एयरक्राफ्ट कैरियर अपने आप में पहला होगा।
अमेरिकी सैटेलाइट कंपनी प्लेनेट लैब्स ने बीते दिनों दक्षिणी प्रांत गुआंगडोंग के लोंगक्सुए द्वीप पर गुआंगझोउ शिपयार्ड इंटरनेशनल की एक सैटेलाइट इमेज शेयर की। उनकी इस तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि वहां एक विशाल, खुला जहाज खड़ा है जिसपर काम किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के इस नए एयरक्राफ्ट कैरियर पर अमेरिका की पूरी नजर है। अमेरिकी नौसेना के पूर् पनडूब्बी कमांडर और अब सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिकेयोरिटी के फेलो थॉमस शुगार्ट ने चीन के नए जहाज को लेकर कहा, “यह संभावित नया विमानवाहक पोत कुछ हद तक असामान्य आकार और आकृति का है। वहीं, चीन के पिछले नौसैनिक विमानवाहक पोतों की तुलना में बहुत छोटा भी है।”
इसके अलावा उन्होंने कहा, “लेकिन यह पोत बीजिंग की नौसेना के इस्तेमाल किए जाने वाले टाइप 075 एंफीबियस असॉल्ट जहाजों से भी छोटा है, जिससे पता चलता है कि चीन शायद किसी प्रकार के समुद्र विज्ञान अनुसंधान पोत के रूप में दुनिया का पहला नागरिक ‘विमान वाहक’ बना रहा है।”
चीन ने हाल ही में अब तक के सबसे बड़े और सबसे मॉडर्न जहाज ‘फुजियान’ को अपने पहले टेस्ट के लिए समुद्र में उतारा था। एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2026 तक ‘फुजियान’ चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी का हिस्सा बन जाएगा। जानकारी के लिए बता दें, 80,000 टन वजनी यह जहाज चीन के पुराने शांडोंग और लियाओनिंग से कहीं ज्यादा भारी और बड़ा है। इसी वजह यह इस जहाज सुपरकैरियर की कैटेगरी में है।