तुमसर वनपरिक्षेत्र में 4 टुकड़ों में मिला बाघिन का शव, जांच जारी

Bhandara News बाघिन का शिकार कर उसके शव के चार टुकड़े कर उसका शव जंगल में फेंक दिया गया। यह घटना तुमसर वनपरिक्षेत्र अंतर्गत झंझेरिया बीट के पास तीन रास्ता तालाब परिसर में सोमवार, 6 जनवरी को सुबह 11 बजे के दौरान सामने आई। आठ दिन के भीतर की यह दूसरी घटना है। जिससे वनविभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आछ दिन पूर्व जिस बाघ का शव मिला उस मामले में अब तक कोई अपडेट नहीं है और सोमवार को बाघिन का टुकड़ों में शव मिला है। वनविभाग ने समिति गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है। करंट लगाकर बाघिन का शिकार करने की बात सूत्रों द्वारा कही जा रही है। 

वनरक्षक ए. के. मांढरे जंगल में गश्त लगा रहे थे। इस दौरान उनको पचारा गांव के तीन रास्ता तालाब के पास झंझेरिया कक्ष क्रमांक 74 बीआरएफ में बुदबू आने लगी। बदबू कहां से आ रही है? इसकी तलाश करने वाले वनकर्मी को बाघिन के दो टुकड़े दिखाई दिए। उन्होंने वनपरिक्षेत्र अधिकारी रहांगडाले को घटना की जानकारी दी। आगे जाकर देखा को बाघिन के अन्य दो टुकड़े उसी परिसर में मिले। ऐसे कुल चार टुकड़ों में बाघिन का शव मिला। उन्होंने वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। विगत 8 दिन में यह दूसरी घटना है। बाघिन किस जंगल से आयी, इस विषय में वनविभाग को भी जानकारी नहीं है।

बाघिन को मारकर उसके टुकड़े कर जंगल में फेंके गए या किसी टोली ने इस बाघ के अंग बिक्री करने का षंड़यंत्र रचते हुए उसको मौत के घाट उतारा। ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं। आठ दिन के भीतर बाघ के मरने की दूसरी घटना है। जिससे वनविभाग के कार्यप्रणाली पर सवाल उपस्थित हो रहे है। विगत कुछ दिनों से तहसील में बाघों के मृत्यु की मामले बढ़ गए है। घटनास्थल पर साइकिल के निशान दिखाई दिए हैं। तीन से चार दिन के पूर्व करंट लगाकर बाघिन की शिकार कर उसे ठिकाने लगाने के लिए चार टुकड़े कर जंगल में फंके गए। ऐसा प्राथमिक अनुमान है। घटनास्थल पर श्वान दल को भी लाया गया। वनविभाग मामले की जांच में जुटी है। इस मामले में वन कानून के तहत अपराध दर्ज किया गया है। आगे की जांच भंडारा के उपवनसंरक्षक राहुल गवई के मार्गदर्शन में प्रकाष्ट निष्काशन अधिकारी रितेश भोंगाडे एवं तुमसर के वनपरिक्षेत्र अधिकारी रहांगडाले कर रहे हैं।

जांच के लिए समिति गठित : मृत बाघिन के शवविच्छेदन के लिए समिति गठित की गई। इस समिति में नाकाडोंगरी के पशुधन विकास अधिकारी डा. बारापात्रे, हरदोली के पशुधन विकास अधिकारी डा. शुभम थोरात, पशुसंवर्धन विभाग के सहायक आयुक्त डा. कल्पना गायकवाड, सिहोरा के पशुधन विकास अधिकारी डा. आशीष गटकल, नवेगांव नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प पशुवैद्यकीय अधिकारी डा. मेघराज तुलावी का समावेश है। समिति के व्दारा बाघ का शवविच्छेदन किया गया।

नमूनों को जांच के लिए भेजा लैब में : मृत बाघ मादा प्रजाति का है। उसकी आयु तीन वर्ष होगी ऐसा प्राथमिक अनुमान है। इस बाघ के सभी अंग सहीसलामत है और शवविच्छेदन की पूरी कार्रवाई राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण के कार्यप्रणाली के अनुसार की गई। इसके पश्चात बाघ का अंतिमसंस्कार किया गया। मृत बाघ शव के नमूने लिए गए है। इन नमूनों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।

दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी : बाघ का पोस्टमार्टम करके उसका घटनास्थल पर ही अंतिम संस्कार किया गया। समिति का गठन कर पुलिस एवं श्वान दल की सहायता से वनविभाग जांच कर रहा है। जांच चल रही है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। – राहुल गवई, – उप वनसंरक्षक, वन विभाग भंडारा