तीन दिन में ही बंद हो गई हजारों की लाइट, लाखों रुपए खर्च करने होने के बाद भी चौपाटी में अव्यवस्था का आलम

Shahdol news: लाखों रुपए खर्च कर दिए जाने के बाद भी शहर की एक मात्र चौपाटी में अव्यवस्था का आलम है। चौपाटी के शेड के ऊपरी हिस्से में चारों तरफ लगाई गईं मरकरी लाइटें तीन दिन में ही बंद हो गईं। यह लाइट एक महीने पूर्व नवरात्रि के समय लगाई गईं थीं। शाम के बाद परिसर में अंधेरा होने के कारण दुकानदारों को स्वयं ही लाइट की व्यवस्था करनी पड़ती है। बैटरी से सभी ठेलों में रोशनी की जाती है। गौरतलब है कि नवरात्रि के पहले नगरपालिका द्वारा चौपाटी को और सुंदर बनाने के लिए लगभग 2-3 लाख रुपए के कार्य कराए गए थे, बताते हैं कि 5-5 हजार के हिसाब कई लाइटें लगवाई गई थीं।

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टूटे जगहों पर नहीं लगे नए चेकर्स

चौपाटी के सौंदर्यीकरण के कार्य में किस प्रकार लीपापोती की गई है यह इसी से पता चलता है कि फर्श पर लगे जो चेकर्स टूटे हुए थे, उनके स्थान पर नया लगाने की बजाय सीमेंट से प्लास्टर कर दिया गया। टूटे-फूटे चेकर्स पर केवल रंग रोगन कर उसे नया दिखाने का प्रयास किया गया। लाल रंग की हुई पुताई लोगों के चलने से रंगहीन होते जा रहे हैं।

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फिजूलखर्ची के अलावा कुछ नहीं

चौपाटी पर ठेला लगाने वालों का कहना है कि कार्य में केवल फिजूलखर्ची के अलावा कुछ नहीं है, क्योंकि कार्य के पहले कहा रहा था कि चारों ओर रेलिंग लगाकर परिसर को खूबसूरत बनाया जाएगा। गेट भी लगाया जाएगा, ताकि परिसर सुरक्षित रहे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। परिसर में दुकानदारों के लिए स्थल चयन करने का कार्य नहीं किया जा रहा है, जिससे आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती है। लोगों का कहना है कि बैठकी वसूली नहीं किए जाता इसलिए व्यवस्था पर ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है। स्वच्छता मिशन के तहत कुछ कार्य कराए गए थे, कहीं कुछ कमी रह गई होगी तो उसे दूर कराया जाएगा।

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घनश्याम जायसवाल, नपाध्यक्ष