डीसीएम अजित की बनसोडे को नसीहत – बेटे और परिवार पर भी ध्यान दें, सरकार की छवि होगी धूमिल

Pune News. विधानसभा के नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष अन्ना बनसोडे के नागरी सम्मान में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बनसोडे को नसीहत देते हुए कहा कि महत्वपूर्ण पद मिलने के बाद जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। ऐसे में सुबह जल्दी उठना, लोगों को समय देना, मुंबई के साथ अपने चुनाव क्षेत्र पर भी ध्यान देना जरूरी है। इतना ही नहीं अपने पुत्र और परिवार पर भी ध्यान दें क्योंकि संवैधानिक पद पर काम करते वक्त करीबी या परिवार का सदस्य कुछ गड़बड़ी करता है तो उससे पार्टी और सरकार की छवि धूमिल होती है। ऐसे में जरूरी है कि अपने बेटे को समझाएं। मैं भी अपने बेटों को समझाते रहता हूं।

नागरी सम्मान की अगुवाई करने वाले पूर्व विधायक विलास लांडे के भी कान अजित पवार ने खींचे। अजित पवार ने कहा कि राजनीति में निर्णायक भूमिका रखना जरूरी रहता है। अन्ना हमारे साथ जुड़े रहे इसलिए आज इतना आगे बढ़ गए हैं। कभी इधर कभी उधर यानि ढुलमुल रवैया अपनाने वाले नेताओं का राजनीति में कोई महत्व नहीं रहता है। असल में विलास लांडे राष्ट्रवादी में विभाजन के बाद से ही असमंजस की स्थिति में रहे हैं। कभी शरद पवार के साथ मंच पर नजर आते हैं तो कभी अजित पवार के साथ।

शरद पवार आज भी हमारे लिए देवता

राष्ट्रवादी कांग्रेस में विभाजन के बाद वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के संस्थापक शरद पवार को लेकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सभी को चौंका दिया है। अजित पवार ने कहा कि शरद पवार कल भी हमारे लिए देवता थे और आज भी हैं। अजित पवार के इस बयान से सियासी गलियारों में राष्ट्रवादी कांग्रेस के दोनों गुटों के एकसाथ आने की चर्चा को बल मिला है। अजित ने कहा कि देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा मजबूत नेतृत्व मिला है। उन्होंने विश्वभर में देश का सिर गर्व से ऊंचा उठाया है, उनके विकास के मॉडल को ध्यान में रख कर हमने उनके साथ रहने का फैसला किया है।