
New Delhi News महाराष्ट्र की फडनवीस सरकार में एकनाथ शिंदे के शपथ लेने के बाद उनके उपमुख्यमंत्री बनने को लेकर चल रहा सस्पेंस तो खत्म हो गया है, लेकिन मंत्रालयों को लेकर सस्पेंस अब तक बरकरार है। माना जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री बनने के बावजूद शिवसेना के अध्यक्ष शिंदे भाजपा पर गृह मंत्री पद को लेकर दबाव बनाए रखेंगे। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय लेने पर अड़े शिंदे ने अभी अपनी जिद नहीं छोड़ी है। गुरूवार को चूंकि मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों ने ही शपथ ग्रहण किया है। ऐसे में महायुति में शामिल तीनों प्रमुख दलों के कोटे से मंत्रियों के लिए होने वाले शपथ ग्रहण समारोह तक दबाव की सियासत जारी रहेगी।
शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद मिलने के साथ गृह मंत्रालय पर उनका दावा स्वाभाविक है। इसके पहले खुद देवेन्द्र फडनवीस और कांग्रेस-राकांपा सरकार के दौरान राकांपा के छगन भुजबल के पास भी उपमुख्यमंत्री के साथ गृह मंत्रालय था। जानकारी के मुताबिक आज मुंबई में हुए शपथग्रहण के बाद शिंदे एक बार फिर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और अपनी मांगों पर उनसे बात करेंगे। यह भी संभव है कि शिवसेना को गृह मंत्रालय की जगह अन्य कोई दो मलाईदार मंत्रालय मिले। लिहाजा शिवसेना की कोशिश जारी है।