टारगेट का पीछ करने उतरी KKR के ओपनर की बढ़ी मुश्किल! पारी की शुरुआत के पहले रिजेक्ट हुआ बल्ला, जाने पूरा मामला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आईपीएल 2025 में इन दिनों बल्ले को लेकर काफी विवाद हो रहा है। ऐसा ही कुछ टूर्नामेंट के 31वें मुकाबले में देखने को मिला। पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले में जब कोलकाता नाइट राइडर्स टारगेट का पीछा करने उतरी तब टीम के सलामी बल्लेबाज सुनील नारायण के बल्ले की जांच हुई। अंपायरों ने उनके बल्ले की जांच करने के बाद रिजेक्ट कर दिया। 

मंगलवार को न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर क्रिकेट स्टेडियम पर खेले जा रहे मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब किंग्स की पूरी टीम महज 111 रनों के स्कोर पर ढ़ेर हो गई। इस दौरान कप्तान श्रेयस अय्यर बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। इनके अलावा टीम के स्टार ओपनर प्रियांश रघुवंशी का बल्ला भी खामोश ही रह गया। पंजाब किंग्स की पारी को इतनी जल्दी समाप्त करने में केकेआर के गेंदबाज हर्षित राणा, वरुण चक्रवर्ती और सुनील नारायण की अहम भूमिका रही थी। टीम के लिए हर्षित ने तीन तो वरुण और सुनील ने क्रमशः 2-2 शिकार किए।

दरअसल, जब कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम पंजाब किंग्स के दिए 112 रनों के टारगेट का पीछा करने के लिए मैदान में उतरी तब अंपायरों ने सुनील नरेन और अंगकृष रघुवंशी के बल्ले की जांच की थी। जांच के बाद अंगकृष के बल्ले को तो क्लीन चिट मिल गई लेकिन अंपायरों ने सुनील के बल्ले को रिजेक्ट कर दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके बल्ले की गहराई ज्यादा थी। 

पहले भी हो चुका है ऐसा

बीसीसीआई के नियमों के मुताबिक, खेल में इस्तेमाल किया जाने वाला 2.64 इंच या 6.7 सेंटीमीटर का होना चाहिए। लेकिन सुनील नारायण के बल्ले की गहराई ज्यादा थी। बताते चलें, बीते दिनों रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बल्लेबाज फिल सॉल्ट और राजस्थान रॉयल्स के सिमरन हेटमायर के बल्ले की भी जांच की गई थी। इनके अलावा मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या के बल्ले की भी जांच की गई थी। हालांकि, पांड्या के बल्ले को हरी झंडी मिल गई थी।