
News Delhi पहला चिंतामणराव देशमुख राष्ट्रीय पुरस्कार विदेश मंत्रालय के पूर्व सचिव व लेखक ज्ञानेश्वर मुले को प्रदान किया गया। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने राजधानी दिल्ली में सरहद संस्था की ओर से आयोजित एक समारोह में ज्ञानेश्वर मुले को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया।
इस अवसर पर गडकरी ने श्री मुले को समाज और देश के लिए कार्य करने वाला शख्स बताते हुए कहा कि एक अधिकारी के रूप में उन्होंने सामाजिक जागरूकता और पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य किया है। इसी वजह से पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी मुले की तारीफ की थी केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह गर्व की बात है कि पहला पुरस्कार एक कुशल मराठी अधिकारी और लेखक को दिया गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा ने कहा कि मुझे कई बार चिंतामणराव देशमुख से मिलने का मौका मिला और उन्होंने मेरे प्रशासनिक जीवन को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने यह पुरस्कार प्रारंभ किया है, उनके प्रति मेरे मन में सम्मान का भाव है। इस अवसर पर ज्ञानेश्वर मुले ने कहा कि चिंतामणराव देशमुख जैसे वैश्विक ख्याति प्राप्त व्यक्तित्व के नाम पर दिया जाने वाला पुरस्कार पाना उनके लिए गौरव की बात है।