
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है। सभी तरह की सुरक्षा व्यवस्था और तमाम प्रबंध किए जा चुके हैं। वोटों की गिनती को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने कहा कि हरियाणा के 90 विधानसभा क्षेत्रों में 93 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। काउंटिंग की निगरानी करने के लिए भारतीय चुनाव आयोग ने 90 सीटों पर पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं।
हरियाणा में मुख्य तौर पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। एग्जिट पोल के मुताबिक, राज्य की कमान कांग्रेस के हाथो में होगी। वहीं, बीजेपी हैट्रिक बनाने से चूकती नजर आ रही है।
1031 उम्मीदवार मैदान में
हरियाणा की 90 सीटों पर 1031 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। इनमें से 930 पुरुष जबकि 101 महिलाएं थीं। राज्य की सभी सीटों पर एक ही चरण (5 अक्टूबर) में चुनाव हुए थे। चुनाव आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 67 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। मतदान के लिए हरियाणा में 20632 पोलिंग बूथ बनाए थे।
एग्जिट पोल रिजल्ट
एग्जिट पोल के रिजल्ट शनिवार (5 अक्टूबर) शाम आए थे। सभी न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसी के मुताबिक, हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही है। वहीं, एक दशक बाद भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ होता नजर आ रहा है।
दैनिक भास्कर एग्जिट पोल
हरियाणा में विधानसभा सीटों के नतीजों पर दैनिक भास्कर ने एग्जिट पोल में आंकड़े जारी किए हैं। इन नतीजों के मुताबिक, राज्य में कांग्रेस की जीत होती नजर आ रहे हैं। एग्जिट पोल में भाजपा को 15 से 29 सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। जबकि, कांग्रेस को 44 से 54 सीटों मिलने का अनुमान लगाया गया है। जेजेपी की बात करें तो पार्टी के पाले में 1 सीट मिलने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा आईएनएलडी को 1 से 5 सीटें मिलती दिखाई दे रही है। आम आदमी पार्टी को 0 से 1 और अन्य को 4 से 9 सीटें मिलने वाली है।
किस दलों का है गणबंधन?
बीजेपी कांग्रेस में मुख्य मुकाबला चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है। दोनों पार्टियां 89-89 सीटों पर चुनाव लड़ी थीं। एक-एक सीट दोनों अपने सहयोगी दलों को दी। बीजेपी ने गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी जबकि कांग्रेस ने माकपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा। इनके अलावा आम आदमी पार्टी अकेले ही चुनाव में उतरी। वहीं जेजेजी(जननायक जनता पार्टी) और एएसपी (आजाद समाज पार्टी) का गठबंधन है। इसी तरह इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरी है।