
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर बने स्टोर रूम और आस पास के रीजन को दिल्ली पुलिस ने सील कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार जांच कमेटी के निर्देश पर डीसीपी नई दिल्ली देवेश कुमार महला अपनी टीम के साथ आग वाली जगह पर पहुंचे और जांच पूरी होने तक उसको सील किया है। इससे पहले तीन सीजे वाली कमेटी ने आवास का दौरा किया था। दूसरी तरफ आपको बता दें आधी जली हुई नकदी मिलने के केस में दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ एफआईआर करनी वाली याचिका पर जल्दी सुनवाई को लेकर टॉप कोर्ट ने सुनवाई से इनकार दिया। आपको बता दें इस याचिका में जज वर्मा के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी।
वकील मैथ्यूज जे नेदुम्परा और अन्य तीन लोगों ने एफआईआर की मांग करने वाली याचिका को तत्काल लिस्टेड करने और सुनवाई करने की मांग सीजेआई संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ से की। एक अन्य महिला वकील ने कहा अगर ये मामला अन्य किसी आम नागरिक के साथ होता है देश की बड़ी एजेंसियां सीबीआई और ईडी उसके पीछे लग जाती। इस पर सीजेआई ने कहा बस काफी है। याचिकाकर्ताओं को पीठ ने सार्वजनिक बयान न देने की सलाह दी।
कॉलेजियम ने जस्टिस वर्मा को उनके पैतृक इलाहाबाद हाईकोर्ट वापस भेजने की सिफारिश की। सीजेआई ने 22 मार्च को आरोपों की आंतरिक जांच करने के लिए तीन हाईकोर्ट के सीजे की सदस्यीय समिति का गठन कर जांच करने के निर्देश दिए है। आपको बता दें आग के बाद अधजले नोटों की तस्वीरें और वीडियो काफी वायरल हुए। हालांकि जस्टिस वर्मा ने सभी आरोपों को खारिज किया।