जम्मू-कश्मीर से लेकर मणिपुर में भारी विरोध प्रदर्शन, युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस ने झड़प, देशभर में गुस्से की लहर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है। गुरुवार (24 अप्रैल) को अनंतनाग में सरकारी डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने हमले के खिलाफ प्रोटेस्ट किया। इसी के साथ युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मणिपुर में प्रदर्शन किया। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प भी हो गई। वहीं, बुधवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए श्रीनगर में प्रोटेस्ट किया। इतना ही नहीं बल्कि डोगरा फ्रंट कार्यकर्ताओं और भाजपा नेताओं के साथ अलग-अलग हिंदू संगठनों के सदस्य भी प्रदर्शन के माध्यम से बदला लेने की मांग की।

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अनंतनाग में प्रदर्शन

अनंतनाग में सरकारी डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने हमले के खिलाफ प्रोटेस्ट किया। इस दौरान उनके हाथों में बैनर था। जिसमें लिखा था- ‘Stop Violence, Peace Not Pieces’

मणिपुर में प्रोटेस्ट

मणिपुर की राजधानी इम्फाल में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस बीच पुलिस ने उनकी झड़प भी हो गई। 

भारत के पांच बड़े फैसले

1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखा जाएगा, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता।

एकीकृत चेकपोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध तरीके के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे 1 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।

पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी SVES वीजा को रद्द माना जाएगा। SVES वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं।

नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाता है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है।

भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे।