छवि खराब होने के डर से बांग्लादेश ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए उठाया कदम, जानें सिक्योरिटी चीफ को क्या दिया आदेश?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए आदेश दिया है। अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को बरकरार रखने के लिए यूनुस ने सिक्योरिटी चीफ (सुरक्षा प्रमुख) को हमलों को रोकने का ऑर्डर दिया है। यूनुस का मानना है कि अगर बांग्लादेश में ऐसे ही धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते रहे तो इसकी वजह से पूरी दुनिया में देश की छवि को काफी नुकसान पहुंचेगा। 

कमांड हेडक्वार्टर बनाने का फैसला

जानकारी के मुताबिक, अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर यूनुस ने सुरक्षा प्रमुखों के साथ मीटिंग भी की। इस बैठक का विषय कानून और सुरक्षा व्यवस्था रहा। अंतरिम सरकार चीफ ने कहा कि देश में व्यवस्था के लिए कमांडर हेडक्वारर्टर बनाना की जरूरत है। ताकि सभी सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस के बीच कॉर्डिनेशन बैठा सके। 

संचार उपकरणों का इस्तेमाल

यूनुस का कहना है कि अगर सुरक्षा एजेंसियां मॉडर्न संचार उपकरणों (Modern Communication Equipment) का इस्तेमाल करती हैं तो जरूरत के समय वह जल्द से जल्द कार्रवाई कर पाएंगी। यूनुस ने यह भी कहा कि अगर अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले होते रहे तो इससे बांग्लादेश का नाम पूरी दुनिया में खराब होगा। साथ ही साथ, देश की छवि को भी ठेस पहुंचेगी।

कौन-कौन हुए बैठ में शामिल?

जानकारी के मुताबिक, कानून और व्यवस्था को लेकर हुई इस बैठक में तमाम अधिकारी मौजूद रहे। इनमें मुख्य सलाहकार के विशेष सहायक खुदा बख्श चौधरी, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस, तटरक्षक बल (Coast Guard), विशेष शाखा के प्रमुख (Chief of Special Branch), गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी, गृह सचिव नसीमुल गनी, पुलिस प्रमुख सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों का हाल

आपको बता दें कि, बांग्लादेश में आए दिन अल्पसंख्यकों पर हमले होते हैं। कुछ दिनों पहले इस्कॉन के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके चलते पड़ोसी मुल्क में काफी बवाल देखने को मिला। हिंदुओं पर खूब हमले हुए। इतना ही नहीं बल्कि पुजारी के वकील पर भी जानलेवा हमला हुआ था। इस समय कृष्ण दास जेल में कैद हैं। आपको बता दें कि, बांग्लादेश में आए दिन हिंदुओं और मंदिरों को निशाना बनाया जाता है। 

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