
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नागपुर के विदर्भ क्रिकेट स्टेडियम पर खेले गए पहले वनडे मैच में भारत ने इंग्लैंड पर 4 विकेटों से शानदार जीत हासिल की। मुकाबले में इंग्लिश टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया के सामने 249 रनों का टारगेट सेट किया था। जवाब में रोहित ब्रिगेड ने मजह 38.4 ओवरों में 4 विकेट खोकर इस लक्ष्य को पार कर लिया था। इसी के साथ टीम इंडिया ने जीत के साथ सीरीज का आगाज किया। भारत की इस जीत में डेब्यूटेंट हर्षित राणा ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अपने 7 ओवरों में कुल 3 विकेट हासिल कर इंग्लिश टीम को बैकफूट पर खड़ा कर दिया था।
तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने इस मैच के साथ वनडे इंटनेशनल में अपना डेब्यू किया। शुरुआत में वह टीम के लिए काफी महंगे साबित हुए थे। उनके एक ओवर में सलामी इंग्लिश बल्लेबाज फिल सॉल्ट ने 26 रन ठोके थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने खेल में दमदार वापसी करते हुए महज 10 ओवरों में 2 शिकार किए थे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले बेन डकेट को 32 रन के स्कोर पर पवेलियन रवाना किया था। इसके बाद उन्होंने हैरी ब्रूक को शून्य पर चलता किया था। वहीं, आखिरी विकेट उन्होंने लियाम लिविंगस्टन का हासिल किया था।
बीते दिनों, इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टी-20 सीरीज में हर्षित ने अपने डेब्यू मैच में कमाल की गेंदबाजी की थी। इस दौरान उन्होंने एक फाइफर समेत कुल 14 विकेट झटके थे। इस मैच में वह कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर एंट्री की थी। जिसकी वजह से क्रिकेट जगत में काफी बवाल हुआ था। इंग्लिश खिलाड़ियों के अलावा कई भारतीय दिग्गजों ने भी इसकी आलोचना की थी।
अब तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे के बाद इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मैच के बाद हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरा मानना है कि लोग बातें करते रहेंगे। मैं सिर्फ खेलना चाहता हूं, चाहे अच्छा या बुरा खेलूं। मुझे इसकी चिंता नहीं है, मैं सिर्फ अपने देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “मानसिक रूप से, मैं जब भी मैदान पर आता हूं तो हमेशा तैयार रहता हूं। मुझे पता है कि मैं कभी भी खेल सकता हूं, कुछ भी हो सकता है। क्रिकेट में हमेशा उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, मैं केवल अपनी लेंथ पर ध्यान देना चाहता था, जहां जरूरत हो वहां गेंदबाजी करना चाहता था और इसका इनाम मुझे बाद में मिला। मैंने अपने दूसरे स्पेल में कुछ अलग नहीं किया, बस सही एरिया में गेंद डालने पर ध्यान केंद्रित किया।”