ग्रामसेवक ने ग्रापं की निधि से किया 35 लाख रुपए का गबन

Chandrapur News मांगली (रै.) ग्राम पंचायत के ग्राम सेवक ने अपने कार्यकाल में विविध योजना के 35 लाख रुपए का गबन किया। संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है, 15 दिनों में आरोपी के खिलाफ पुलिस रिपोर्ट न दिए जाने पर न्यायालय में फरियाद की चेतावनी समाजसेवी प्रशांत काले, ग्रापं सदस्य और ग्रामीणों ने पत्र परिषद में दी है। प्रशांत काले ने कहा कि संभागीय आयुक्त से मिलकर इस मामले में 15 दिनों में ग्रामसेवक धीरधम्म रायपुरे के खिलाफ पुलिस में रिेपोर्ट के निर्देश देने की मांग करेंगे अन्यथा उच्च न्यायालय में अपील कर आरोपी को सहयोग करने वाले विभागीय आयुक्त, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, गटविकास अधिकारी और जांच अधिकारी के खिलाफ मुकदमा चलाने की चेतावनी दी है।

ग्रामसेवक रायपुरे ने आर्थिक वर्ष 2022-23 और 2023-24 में मांगली (रै) ग्रापं के कार्यकाल में गृहकर, सामान्य और विशेष पानी बिल, 15 वें वित्त आयोग, स्वच्छता अभियान कार्यक्रम से जमा राशि से 35 लाख 4 हजार 392 रुपए का गबन किया। विविध माध्यम से जमा यह राशि कैशबुक में बिना एंटी, बैंक में जमा न कर गबन करने का आरोप लगाया।

इसकी शिकायत ग्राम पंचायत सदस्य घनश्याम उताने ने गटविकास अधिकारी, जिप सीईओ से की। जब जांच की गई तो प्रथम दृष्टया गबन के आरोप सामने आए। इसके बाद आगामी कार्रवाई के लिए मामले को संभागीय आयुक्त को भेजा गया और पिछले 14 महीनों से मामला वहां लंबित है। खानापूर्ति के लिए ग्रामसेवक को निलंबित किया गया किंतु 90 दिनों के निलंबन पश्चात उसे मूल पंचायत समिति की जिम्मेदारी दी गई। इतने बड़े पैमाने पर गबन के बाद भी रायपुरे के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट न देने से मामले में अधिकारियों की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए उसे बचाने के लिए मामले को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया है।

गतवर्ष की आमसभा में गटविकास अधिकारी ने पुलिस में रिपोर्ट का आश्वासन दिया था किंतु एक वर्ष बाद भी मामला जस का तस है। इसलिए संभागीय आयुक्त ने 15 दिनों में निर्णय नहीं लिए तो न्यायालय में फरियाद की चेतावनी दी है। पत्र परिषद में समाजसेवी प्रशांत काले, पूर्व सरपंच, सदस्य घनश्याम उताने, पूर्व ग्रापं सदस्य सुनील तेलंग, सदस्य नंदा पिपंलकर, पूर्व सरपंच मारुती सलाम, हरिदास लांबट और ग्रामीण मौजूद थे।