गांधी गंज में निगम अध्यक्ष का प्रदर्शन, महापौर भी बैठे विरोध में

Chhindwara News: बेसमेंट में संचालित दुकानों के खिलाफ बुधवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। शहर की 54 कॉम्पलेक्स की 102 दुकानों की सीलबंदी करते हुए प्रशासनिक टीम ने सभी पर ताला जड़ दिया। सुबह से शुरु हुई प्रशासन की ये कार्रवाई देर शाम तक जारी रही। इस दौरान कई जगहों पर प्रशासनिक टीम को विरोध का सामना भी करना पड़ा।

दिल्ली की घटना के बाद अवैध रूप से संचालित बेसमेंट पर कार्रवाई प्रस्तावित थी। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने एडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय अधिकारियों का दल गठित किया था। जिसने बुधवार सुबह से कार्रवाई शुरु करते हुए 102 दुकानों को सील कर दिया।

कार्रवाई के दौरान शाम में गांधी गंज के पास नगर निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागो के नेतृत्व में यहां के स्थानीय व्यापारियों ने विरोध करना शुरु कर दिया। इस दौरान महापौर विक्रम अहके, भाजपा नेता नरेंद्र साहू और जगेंद्र अल्डक भी यहां पहुंच गए।

कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पदाधिकारियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध जताया। इस दौरान नगर निगम अध्यक्ष और कमिश्नर चंद्रप्रकाश राय के बीच तीखी बहस भी हुई।

तीन अलग-अलग दल, प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर एसपी ने संभाला मोर्चा

शहर में हुई इस बड़ी कार्रवाई को लेकर पुलिस और प्रशासनिक टीम द्वारा तीन अलग-अलग दलों का गठन किया गया था। पुलिस की और से खुद एसपी ने मोर्चा संभाला, वहीं प्रशासन की और से एडीएम केसी बोपचे, कमिश्नर चंद्रप्रकाश राय और एसडीएम सुधीर जैन मौजूद थे। सुबह 11 बजे से प्रशासनिक अमला शहर में सक्रिय हो गया था।

तीन दिन का दिया था अल्टीमेटम

कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने एडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी पिछले दिनों गठित की थी। जिसने पिछले दिनों जांच करते हुए बेसमेंट में अवैध दुकानों का संचालन करने वालों की जांच करते हुए तीन दिन में हटाने का अल्टीमेटम दिया था। डेडलाइन खत्म होने के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार को कार्रवाई शुरु कर दी।

अतिक्रमणकारियों को भी हटाया

सुबह से सक्रिय हुए प्रशासनिक अमले ने न केवल अवैध बेसमेंट पर कार्रवाई की। शहर में जहां-तहां दुकाने लगाने वाले अतिक्रमणकारियों को भी मुख्य सड़क से हटाया। अचानक शुरु हुई इतनी बड़ी कार्रवाई की हलचल बुधवार को दिन भर दिखाई दी। प्रशासन की कार्रवाई का खौफ अवैध बेसमेंट संचालकों से लेकर अतिक्रमणकारियों पर साफ दिखाई दे रहा था।

बिना जानकारी के कार्रवाई

प्रदेश में अपनी ही सरकार के दौरान कार्रवाई का विरोध कर रहे महापौर विक्रम अहके का कहना था कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा कर बिना जानकारी के ये कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों को शहरवासियों को परेशान करने की बजाय समस्या का समाधान करना चाहिए।

पहले कैसे खोले ताले ये बताओ

कार्रवाई के विरोध में व्यापक प्रदर्शन करते हुए निगम अध्यक्ष सोनू मागो का कहना था कि पिछले दिनों भी तलघरों पर कार्रवाई की गई थी, उसे कैसे खोला गया अधिकारी पहले ये बताए कि बिना सूचना कैसे अधिकारी शहर के व्यापारियों पर कार्रवाई कर रहे हैंं।