
डिजिटल डेस्क, कराची। पाकिस्तानी पुलिस ने गांधीवादी नेता व बलूचिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ महरंग बलूच को गिरफ्तार किया है। डॉ महरंग को आतंकवाद के आरोप में अरेस्ट किया है। पाक पुलिस ने डॉ बलूच पर सैकड़ों लोगों के साथ मिलकर एक मर्चुरी से जबरन शवों को ले जाने, आतंकवाद, हत्या और हत्या का प्रयास, हिंसा और विद्रोह को भड़काना, अव्यवस्था पैदा करना ,नस्लीय घृणा को बढ़ावा देना और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में बीवाईसी के बीबो बलूच, गुलजादी सतकजई, सबीहा बलूच, सबातुल्ला बलूच, गुलजार दोस्त, रियाज गशकोरी और शाली बलूच जैसे प्रमुख नेताओं के नाम भी शामिल हैं। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला क्वेटा के एक अस्पताल की घटना से जुड़ा हुआ है।
आपको बता दें डॉ महरूंग के नेतृत्व में लूच यकजेहती समिति (बीवाईसी) के कार्यकर्ताओं ने अहिंसात्मक तरीके से अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, इसी दौरान डॉ बलूच और उनके सहयोगियों को हिरासत में लिया गया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ पर गोलियां भी बरसाई। जिसमें तीन लोगोंं की मौत हो गई जबकि 15 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने महरंग बलूच और 17 अन्य को गिरफ्तार कर क्वेटा जिला जेल में बंद किया गया है। डॉ महरंग बलूच की हिरासत पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने चिंता जताते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार रक्षकों की विशेष दूत मैरी लॉलर ने कहा कि क्वेटा में बलूच यकजेहती समिति के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद महरंग बलूच और कई अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की खबरें बहुत चिंताजनक हैं। उन्होंने इसे दमन की राजनीति बताया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी तत्काल रिहाई की मांग की।