गरीबों को परोसा जा रहा घटिया चावल, टूटन के साथ धूल भरा आटा मिक्स, मजबूरी में ले रहे अनाज

Chhindwara News। अफसरों की अनदेखी से गरीबों को घटिया किस्म का चावल परोसा जा रहा है। धूल भरा टूटन वाला चावल हितग्राही लेने मजबूर हैं। हितग्राहियों का कहना है कि महीनें एक बार मिलता है, यह भी मना कर देंगे तो भूखे मर जाएंगे।

गौरतलब है कि जिले की राशन दुकानों में दिसंबर माह का राशन वितरण शुरु हो चुका है। मंगलवार को दैनिक भास्कर की टीम शहर से लगे ब्लॉक मोहखेड़ की कुछ दुकानों पर पहुंची। चावल की गुणवत्ता पोल्ट्रीग्रेड जैसी थी। सेल्समेन ने सील बंद बोरियां खोलकर दिखाई तो उसमें भी ऐसी ही गुणवत्ता का चावल पाया। हितग्राहियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि महीनें में एक बार राशन मिलता है। गुणवत्ता खराब तो है लेकिन इसे लेने से मना कर देंगे तो परिवार भूखा मर जाएगा। इसीलिए पानी से साफ कर परिवार का पेट भर रहे हैं।

टूटन और डस्ट ज्यादा है चावल में

चावल इस बार ऐसा ही मिला है। इसके लिए भी भाजीपानी से राजेगांव पैदल आना पड़ता है। मना कर देंगे तो खाएंगे क्या।

शांता सलामे, भाजीपानी

गेहूं तो ठीक मिला है। चावल में मटमैला चूरा और टूटन ज्यादा है। उजला चावल नहीं है, मटमैला रंग का मिला है।

गीता तिरगाम, भाजीपानी

अफसरों को बताया है, नहीं बांटेंगे तो हितग्राही हमें ही दोषी मानेगा

राजेगांव राशन दुकान के सेल्समेन ने बताया कि इस दुकान से भाजीपानी और राजेगांव के करीब 478 कार्डधारी जुड़े हैं। इस बार ऐसा ही चावल आया है। हमने अफसरों को बता दिया था। बांटना बंद कर देंगे तो हितग्राही हम पर चढ़ाई कर देंगे। गुणवत्ता खराब तो है लेकिन जैसा आया है वैसा ही बांटना पड़ेगा।

इनका कहना है

चावल की गुणवत्ता यदि खराब है तो उसे वापस कराया जाएगा। हितग्राहियों को अच्छी किस्म का अनाज बंाटना है। मैं जानकारी जुटाता हूं।

अजीत कुजूर, जिला आपूर्ति अधिकारी