गड़चिरोली के पास त्रिवेणी संगम पर बढ़ी चहल-पहल , घूमने आ रहे पर्यटक

Gadchiroli News गड़चिरोली जिले के अंतिम छोर पर बसे भामरागड़ तहसील के 3 नदियों का संगम पर्यटकों के आकर्षक का केंद्र बना है। शीतकाल में यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ती है। भामरागड़ समीपस्थ पर्लकोटा, इंद्रावती व पामुलगौतम नदियों का संगम है, लेकिन इस संगम परिसर में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होने से पर्यटकों को असुविधा होती है। भामरागड़ तहसील के त्रिवेणी संगम के पर्यटनस्थल का विकास होने पर प्रशासन को राजस्व प्राप्त होगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ने में सहायता होगी, लेकिन यहां अनेक वर्षों से कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होने से यहां आनेवाले पर्यटकों को मायूसी होती है। जिला प्रशासन से त्रिवेणी संगम का विकास करने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है।

नदी की रेत पर चलना फायदेमंद : ठंड के दिनों में लोग नदी की रेत पर चलना ज्यादा पसंद करते हंै। इसलिए नदी के संगम में भीड़ जुटती है। पानी और रेत पर चलने से पैरों और मन को सुकून मिलता है। रेत के छोटे-छोटे कण त्वचा के स्पर्श रिसेप्टर्स को उत्तेजित करते हैं। नदी का पानी व रेत पैरों या शरीर के किसी और हिस्से से मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाती है।

पर्यटनस्थल के विकास पर ध्यान देने की मांग : शीतकाल के दिन होने से प्राकृतिक पर्यटन का लुत्फ उठाने के लिए अनेक पर्यटक यहां भेंट दे रहे हंै। भामरागड़ तहसील लोकबिरादरी प्रकल्प तथा 3 नदियों के संगम के लिए पहचाना जाता है। डाॅ. प्रकाश आमटे के प्रकल्प में आनेवाले पर्यटक 3 नदियों का संगम देखने के लिए संगम स्थल पर भेंट देते है, लेकिन यहां प्रशासन की ओर से कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। संगम की ओर जानेवाले मार्ग की अवस्था दयनीय है। पर्यटनस्थल के विकास की ओर ध्यान देने की जरूरत है।