खत्म होगा प्रशांत किशोर का धरना प्रदर्शन, SDM ने बताया अवैध, बोले – ‘नहीं माने तो होगी कानूनी कार्रवाई’

डिजिटल डेस्क, पटना। बीपीएससी छात्रों का प्रदर्शन बड़ा रूप लेता जा रहा है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक बीपीएससी परीक्षा रद्द होने की मांग पूरी नहीं होगी तब तक वह अनशन पर बैठे रहेंगे।

वहीं, SDM गौरव कुमार ने प्रशांत किशोर के धरने को अवैध बताया है। उन्होंने कहा, “पटना हाई कोर्ट के द्वारा निर्धारित किया गया है कि पटना में केवल गर्दनीबाग ही एक धरना स्थल चिह्नित किया गया है। उसके अलावा कहीं और प्रदर्शन करना अवैध माना जाता है। इसलिए गांधी प्रतिमा के पास जो धरना दिया जा रहा है ये अवैध है। उन्हें नोटिस दिया गया है कि जो भी धरना प्रदर्शन करना है वो वैध तरीके से किया जाए। उन्हें समय दिया जाएगा और उसके बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।”

‘न्याय न होने तक जारी रहेगा अनशन’

प्रशांत किशोर ने कहा, ”मैं यहां बिहार के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ, भ्रष्ट प्रतियोगिता परीक्षा के खिलाफ, ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठा हूं। जब तक युवाओं के साथ न्याय नहीं होता यहीं बैठा रहूंगा।”

‘करप्शन की हाईलेवल जांच हो’

अपनी पांच सूत्री मांगों के साथ धरने पर बैठे प्रशांत किशोर ने आरोप लगाते हुए कहा, ”आधी से ज्यादा सीटों पर पहले ही सौदा हो चुका है।” उन्होंने BPSC में अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और फिर से एग्जाम की मांग की। प्रशांत किशोर ने कहा, ”सरकार 2015 सात निश्चय के तहत बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दे।”