
jabalpur News। अधारताल तहसील में तहसीलदार के पद पर रहे हरि सिंह धुर्वे जमीन की धोखाधड़ी के एक मामले में जेल में हैं। इस बीच उनके द्वारा सुनाए गए तमाम फैसलों को निगरानी में लिया गया है, यानी उनकी फिर से सुनवाई हो रही है। यह कवायद इसलिए हो रही है िक कहीं उन्हाेंने उन फैसलों में भी गड़बड़ी तो नहीं की है। इसमें उन लोगों को परेशानी हो रही है जो केस के निपटारे के बाद निश्चिंत हो गए थे और अब जब नोटिस पहंुच रहे हैं तो उनकी समझ में कुछ नहीं आ रहा है। कलेक्ट्रेट पहंुचते हैं तब बताया जाता है िक उनके फैसलों पर फिर से सुनवाई होगी। एेसे दर्जनों लोग हैं जो कि फैसला होने के बाद फिर चक्कर काट रहेहैं।
जमीन को लेकर अधारताल तहसील में बड़ा भ्रष्टाचार िकया गया था, जिसमें न केवल तहसीलदार बल्कि पटवारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर भी शामिल थी। इस मामले में तहसीलदार और पटवारी जेल चले गये हैं। जब उनके फर्जीवाड़े की पोल खुली तो कलेक्टर दीपक सक्सेना ने उनके पूर्व में सुनाई या लिए गए निर्णयों को िनगरानी में ले लिया और अधिनस्थों को निर्देश िदए गए कि तमाम केसों की सुनवाई दोबारा की जाएगी। इसमें यह देखा जाएगा कि किसी लोभ, लालच या दबाव में तो निर्णय नहीं लिए गए हैं। यही कारण है कि तहसीदार धुर्वे द्वारा सुनाए गए फैसलों पर फिर से सुनवाई हो रही है।