खतरे में हैं बांग्लादेशी हिंदू! मोहन भागवत ने इजरायल-हमास जंग से लेकर बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार का उठाया मुद्दा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) चीफ मोहन भागवत ने महाराष्ट्र के नागपुर में शस्त्र पूजा की। यह पूजन रेशम बाग मैदान में शनिवार (12 अक्टूबर) को विजयदशमी के मौके पर हुआ। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और इजरायल-हमास जंग जैसे तमाम मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार करने की पसंपरा दोहराई गई है। इस बार हिंदुओं ने अपने खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई है। 

बांग्लादेशी हुंदुओं के लिए कही यह बात

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नें बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर किए गए हमलों को लेकर कहा- हमारे पड़ोसी बांग्लादेश में कौन हुआ? उनके कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं, लेकिन जो लोग चिंतित हैं, वे इस पर चर्चा करेंगे। लेकिन, उस अराजकता के कारण, वहां पर गद्दारों पर अत्याचार करने की परंपरा फिर से शुरू हो गई।

चीफ ने आगे कहा- पहली बार, हिंदू एकजुटता और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे। लेकिन, जब तक क्रोध में गद्दारी करने की यह कट्टर प्रवृत्ति होगी – तब तक न केवल हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में होंगे। उन्हें पूरी दुनिया की दोस्ती से मदद की बर्बादी है। यह उनकी मदद है कि भारत सरकार उनकी करे। अगर हम बेकार हैं, तो हम अत्याचारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। हम कहां भी हैं, हमें एकजुट और रूढ़िवादी होने की बर्बादी है।