क्या बिखरने वाली है AAP? अरविंद केजरीवाल ने बुलाई बैठक, पंजाब सीएम भगवंत मान सहित कई MP-MLA मीटिंग में शामिल, जानें चर्चा का विषय

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल अपनी पार्टी को संभालने में जुटे हुए हैं। इस बीच आज यानि 11 फरवरी (मंगलवार) को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केजरीवाल के साथ बैठक के लिए कपूरथला हाउस पहुंचे हैं। पूर्व सीएम, पंजाब के आप विधायकों के साथ भी मीटिंग करेंगे। इस बैठक में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा होगी। आपको बता दें, ऐसी खबरें हैं कि आप के विधायकों के संपर्क भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से हैं। तो ऐसे में अरविंद केजरीवाल पार्टी को एकजुट करने में लगे हुए हैं ताकि कोई भी पार्टी न छोड़े। 

इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी पर पार्टियों को तोड़ने का आरोप लगाया है। 

बीजेपी पर निशाना

पंजाब के आप विधायकों के दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से मिलने और आप विधायकों के भाजपा और कांग्रेस के संपर्क में होने की खबरों पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा का खरीद-फरोख्त और पार्टियों को तोड़ने का इतिहास रहा है- हमने महाराष्ट्र में भी ऐसा देखा है। वे पंजाब में भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे। जहां तक ​​कांग्रेस का सवाल है, हम पार्टियों को तोड़ने में विश्वास नहीं रखते। हमारी पार्टी का राज्य नेतृत्व वहां की स्थिति पर नजर रख रहा है।

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दिल्ली पहुंचे भगवंत मान

पंजाब के सीएम भगवंत मान, आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने कपूरथला हाउस पहुंचे। अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के सीएम भगवंत मान और दिल्ली चुनाव के लिए अलग-अलग इलाकों में प्रचार कर रहे विधायकों के साथ बैठक बुलाई है।

AAP को हराने की पूरी कोशिश करेगी कांग्रेस

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आम आदमी पार्टी के नेता हैं। आपको बता दें कि, AAP के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर पंजाब सरकार में दखल देने के आरोप लग चुके हैं। अब जब दिल्ली से केजरीवाल का सूपड़ा साफ हो गया है तो वह पंजाब की सरकार में और भी ज्यादा दखल दे सकते हैं। वहीं, इसी चीज का फायदा कांग्रेस उठा सकती है। कांग्रेस इसी बात का मुद्दा बनाने की कोशिश कर सकती है और पंजाब के वोटर्स को अपनी ओर कर सकती है।