
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से जंग जारी है। लेकिन दोनों देशों के बीच संबंध सुधर सकें और युद्ध को रोकने के लिए सऊदी अरब में शांति वार्ता होने वाली है। जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रूस के अधिकारी शामिल होने के लिए सऊदी अरब पहुंच चुके हैं। मंगलवार (11 मार्च) को यह वार्ता होनी है। यहां होने वाली शांति वार्ता से ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि अब यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव कम होगा। लेकिन इस बीच यूक्रेन की ड्रोन सेना ने मंगलवार (11 मार्च) को रूस पर बड़ा हमला कर दिया है। मॉस्को सहित कई शहोरों पर यूक्रेन की ओर से 70 ड्रोन दागे गए जिससे रूस में अफारा-तफरी मच गई। अब सवाल यह उठता है कि अगर दोनों देशों का रवैया ऐसा ही रहा तो शांति वार्ता का कुछ खास असर पड़ेगा भी या नहीं?
रेजिडेंशियल बिल्डिंग पर निशाना
जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन ने रूस की रिहाइशी इमारतों को निशाना बनाया है। ड्रोन हमले लगातार 1 घंटे तक चलते रहे। हमले में इमारतों को नुकसान पहुंचा साथ ही कई जगह आगजनी भी देखने को मिली। बताया जा रहा है कि कोलोम्ना और डोमोडेडोवो में ताबड़तोड़ हमले हुए। यह यूक्रेन का अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार, यह यूक्रेन का रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला था
रूस ने तबाह किए ड्रोन
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रूस की राजधानी मॉस्को के मेयर सरगई सोबियानिन ने जानकारी दी कि यूक्रेन के 69 ड्रोन को तबाह कर दिया गया। इस हमले में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है। लेकिन ड्रोन को जब नष्ट किया गया तो उसके टूटे हुए टुकड़े इमारतों पर गिरे जिससे बिल्डिंग्स को थोड़ा नुकसान हुआ है।