
Shahdol News: शहडोल में एयरपोर्ट निर्माण के लिए विमानन विभाग द्वारा जुलाई 2023 से नवंबर 2024 के बीच 16 माह में पांच बार (13 जुलाई 2023, 11 सितंबर, 17 जनवरी 2024, 5 फरवरी और 11 नवंबर) पत्राचार किया गया। हर बार जिला प्रशासन से शहडोल में एयरपोर्ट (हवाई पट्टी) निर्माण को लेकर जमीन संबंधी जानकारी मांगी गई। जवाब में जिला प्रशासन द्वारा 7 मार्च और 3 दिसंबर 2024 को दो बार विस्तृत रिपोर्ट विमानन विभाग को भेजने के तीन माह बाद भी विमानन विभाग से आगे मिलने वाले निर्देश का इंतजार है।
शहडोल में एयरपोर्ट निर्माण लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी की गारंटी में शामिल होने के साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा में भी है। इसके बाद भी निर्माण की प्रक्रिया विमानन विभाग और जिला प्रशासन के बीच पत्राचार तक सीमित है। जिला प्रशासन द्वारा तीन दिसंबर को 21 बिंदुओं की जानकारी भेजने के बाद फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में निरीक्षण की बात कहने के बाद भी विमानन विभाग के अधिकारी शहडोल नहीं पहुंचे। शहडोल में एयरपोर्ट निर्माण और हवाई सेवा प्रारंभ करना केंद्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी योजना उड़ान शामिल है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 12 मार्च को पेश किए गए बजट में इस बात का जिक्र भी किया गया है।
74 हेक्टेयर जमीन चिन्हित
शहडोल में एयरपोर्ट निर्माण के लिए लालपुर में 39.768 हेक्टेयर जमीन चिन्हित किया गया है, इसमें 20.039 हेक्टेयर निजी जमीन है। इसी प्रकार कटकोना में 25.918 हेक्टेयर में 21.118 हेक्टेयर निजी और पिपरतरा में 8.678 हेक्टेयर में 2.920 हेक्टेयर जमीन निजी है। जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित 74.364 हेक्टेयर कुल जमीन में 44.077 हेक्टेयर निजी जमीन है।
रनवे की लंबाई 18 सौ मीटर जरूरी
शहर के फ्लायर्स बताते हैं कि शहडोल में एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़े तो इस बात पर जरूर ध्यान दिया जाए कि रनवे की लंबाई 18 सौ मीटर से कम नहीं हो। लंबाई कम होने के बाद विमानों के उतरने में तकनीकी समस्या आती है। ऐसा सतना एयरपोर्ट में हो रहा है।
शहडोल पिछड़ रहा तो सिर्फ कनेक्टिविटी की वजह से
जिले में उद्योग व बड़े कारोबार से जुड़े लोग मानते हैं कि शहडोल पिछड़ रहा है तो कनेक्टिविटी की वजह से। एथेनाल इकाई संचालक प्रकाश रस्तोगी का कहना है कि शहडोल में अपार औद्योगिक संभावनाओं के बाद भी पिछड़ रहा है तो सिर्फ कनेक्टिविटी की वजह से पिछड़ रहा है। यहां एयरपोर्ट का निर्माण बेहद जरूरी है। ऑटोमोबाइल संघ के संरक्षक राजेश गुप्ता का कहना है कि शहडोल में इतनी क्षमता है कि कम दूरी की फ्लाइट आराम से चलेगी।
बस जरूरत है कि सरकार इस दिशा में ध्यान दे और जल्द से जल्द एयरपोर्ट निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाए। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व बिल्डर कमल प्रताप सिंह का कहना है कि एयरपोर्ट, शहडोल की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है तो निर्माण भी जल्द होगा। इस बारे में विमानन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा जो भी प्रक्रिया अपनाई जा रही है तो पता करते हैं।