
Mumbai News. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने शुक्रवार को राज्य के प्रदेश प्रवक्ताओं के साथ बैठक कर सत्ता पक्ष द्वारा मीडिया में परोसे जा रहे झूठ को बेनकाब करने के मंत्र उन्हें दिए। सपकाल ने प्रवक्ताओं को आदेश देते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के लोग झूठ को सच बताना अच्छी तरह से जानते हैं, लेकिन उन्हें टीवी चैनल या पत्रकारों से बातचीत के दौरान बेनकाब करना होगा। इसके लिए राज्य के अलावा देश के विषयों से अपडेट रहने की जरूरत है। सपकाल ने कहा कि आने वाला समय कांग्रेस के लिए परीक्षा की घडी का समय है। इसलिए सत्ता पक्ष के सामने नहीं झुकते हुए कांग्रेस की आवाज बुलंद करनी है। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के राज्य भर के प्रवक्ता शामिल हुए। प्रदेश कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। लोंढे ने कहा कि अध्यक्ष ने सभी प्रवक्ताओं को सलाह दी है कि वह राज्य और देश के विषयों को लेकर अपडेट रहें एवं सत्ताधारी दलों द्वारा फैलाए जा रहे झूठ को बेनकाब करने के लिए तैयार रहें। अगर टेलीविजन डिबेट पर सत्ताधारी पक्ष का कोई प्रवक्ता कांग्रेस पार्टी या फिर जनता से जुड़े हुए किसी भी मुद्दे पर झूठ बोलता है तो उसे उसी समय बेनकाब करने की कोशिश करें। इससे कांग्रेस की आवाज जनता तक पहुंचेगी।
निमंत्रण के बावजूद बैठक में नहीं पहुंचे सचिन सावंत
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सपकाल द्वारा बुलाई बैठक में प्रदेश के नेता और प्रवक्ता सचिन सावंत को भी शामिल होने के लिए बतौर प्रवक्ता निमंत्रण दिया गया था। बैठक में शामिल नहीं होने पर सचिन सावंत ने कहा कि उन्होंने करीब ढाई साल पहले ही प्रवक्ता पद छोड़ दिया था और इसकी जानकारी राज्य के साथ-साथ केंद्र के नेताओं को भी दी थी। लेकिन पार्टी ने अपने रिकॉर्ड से मेरा नाम प्रवक्ता की लिस्ट से नहीं हटाया। इसलिए मैंने पार्टी कार्यालय के पदाधिकारियों को इस बैठक में नहीं आने की जानकारी दी थी। इसलिए मेरा इस बैठक में आना उचित नहीं था। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि जब सचिन सावंत प्रवक्ता का पद छोड़ चुके थे तो फिर कांग्रेस की लिस्ट में उनका नाम ढाई साल तक कैसे चलता रहा।
संग्राम थोपटे कांग्रेस छोड़ने की तैयारी में
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संग्राम थोपटे जल्द ही कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में प्रवेश कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ दिनों पहले थोपटे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुणे दौरे के दौरान उनसे मुलाकात की थी। जिसके बाद उनकी कांग्रेस छोड़ने की अफवाहों को बल मिल गया। खबर है कि थोपटे जल्द कांग्रेस से इस्तीफा देकर अगले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम सकते हैं। थोपटे तीन बार पुणे की भोर विधानसभा से सीट से विधायक चुने जा चुके हैं।