
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच युद्ध समझौता हुआ है। जो कि रविवार 19 जनवरी से लागू होना है। कल से समझौते का पहला चरण लागू होगा। अगर रिजल्ट अच्छा मिलता है तो इसे सेकंड फेज तक ले जाया जाएगा। शनिवार (18 जनवरी) को युद्ध विराम समझौते को मंजूरी देने के पक्ष में वोटिंग करवाई गई। जानकारी के मुताबिक, 24 मंत्रियों ने इसके पक्ष में वोट किया। वहीं, 8 ने इसका विरोध किया।
आपको बता दें कि, समझौते से ठीक पहले गाजा पट्टी में बड़ा हमला हुआ था। जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी। ऐसे में अब यह देखना है कि युद्ध विराम समझौता कितना सफल होता है?
42 दिन का होगा पहला चरण
युद्ध विराम का पहला चरण 42 दिनों का होगा। इस दौरान हमास द्वारा इजरायल के 33 बंधकों को रिहा किया जाएगा। जिसमें बच्चे,महिलाएं और बुजुर्ग रहेंगे। इसी के साथ कुछ बीमार और जख्मी बंधक भी इसमें शामिल रहेंगे।
इजरायल करेगा कैदी रिहा
इजरायल द्वारा 737 कैदी रिहा किए जाएंगे। इनमें महिलाओं, बच्चों के साथ पुरुष भी रहेंगे। रविवार (19 जनवरी) को शाम चार बजे के बाद ही इन्हें रिहा किया जाएगा।
दायर हो सकती है याचिका
सरकार से समझौते को मंजूरी मिलने के बाद इस समझौते के विरोधी उन फिलीस्तीनी सुरक्षा कैदियों की रिहाई के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सकते हैं, जिन्हें रिहा किया जाना है। हालांकि न्यायालय के हस्तक्षेप की संभावना नहीं है।
समझौते से पहले बड़ा हमला
हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम समझौता (19 जनवरी) से लागू होना है। इससे ठीक पहले ही इजरायल ने गाजा पट्टी पर बुधवार को बड़ा हमला किया। जानकारी के मुताबिक, इस हमले में 86 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।