कर्नाटक बार्डर पर बंधक ३५ मजदूरों को मुक्त कराया, भूखे पेट करा रहे थे काम, एसपी से लगाई थी पीडि़तों ने गुहार, सभी सकुशल घर लौटे

Chhindwara News: रामपुर व उसके आसपास के मजदूरों को भूखे पेट बंधक बनाकर खेतों में काम कराया जा रहा था। चंगुल से छूटकर आए साथियों ने एसपी से आपबीती बताई थी। एसपी के निर्देश पर गठित दल ने बंधक मजदूरों को सकुशल घर वापस पहुंचाया है।

जानकारी अनुसार दमुआ क्षेत्र के ग्राम रामपुर व उसके आसपास रहने वाले करीब ५० मजदूरों को मजदूरी के बहाने ठेकेदार महाराष्ट्र ले गए थे। महाराष्ट्र व कर्नाटक बार्डर पर स्थित सांगली में इन मजदूरों को पहुंचाया गया था। यहां आधे पेट खाना देकर मजदूरों से दिन भर खेतों में काम कराया जा रहा था। मजदूरी के पैसे भी कम दिए जा रहे थे। इन मजदूरों को यहां से बाहर भी नहीं निकलने दिया जा रहा था। कुछ साथी वहां से भागने में कामयाब हुए। इनकी आपबीती सुनने के बाद एसपी अजय पांडे ने टीम गठित कर मजदूरों को मुक्त कराने भेजा था। मंगलवार को सभी मजदूर अपने घर लौट आए।

महाराष्ट्र पुलिस की भी ली मदद

एसपी के निर्देश पर एसडीओपी राजेश बंजारा, जनपद सीईओ रश्मि चौहान के नेतृत्व में टीम ने सांगली पुलिस की मदद से मजदूरों को तलाशा। पुलिस को देख ठेकेदार भाग खड़े हुए। पुलिस ट्रेन के जरिए सभी को वापस छिंदवाड़ा ले आई है।