
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 22 अप्रैल की दोपहर में यहां पर आतंकवादियों की तरफ से भयंकर गोलीबारी की गई है। आतंकी हमले में करीब 28 लोगों की जान चली गई है और 20 से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में लोग विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ऐसे में अधिकांश लोगों के मन में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं कि कौन थे वो आतंकी, कहां से आए थे क्यों किया ये सब। तो चलिए उन सभी जवाबों के बारे में जानते हैं।
क्यों हुआ यहां पर हमला?
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में ये गोलीबारी हुई है। आतंकियों के निशाने पर ये इलाका अक्सर रहता है। लेकिन बैसरन घाटी में ये हमला पहली बार हुआ है। इस इलाके में स्थानीय लोगों के बाद टूरिस्ट्स को ही सुरक्षित माना जाता है। यही वजह है कि यहां पर आर्मी और पुलिसबलों की तैनाती ज्यादा नहीं रहती है। जिसका आतंकवादियों ने भरपूर फायदा उठाया है।
पर्यटकों से क्या सवाल किया?
आतंकवादियों ने हमले से पहले लोगों से बातचीत की थी। आतंकी पुलिस की वर्दी पहने हुए थे तो लोगों को सुरक्षित महसूस हुआ और उन्होंने उनके सभी सवालों के जवाब दिए थे। आतंकी ने एक पर्यटक से उसका नाम पूछा और तुरंत उसको गोली मार दी। इसके बाद लोग इधर-उधर लोगों ने भागना शुरू कर दिया, लेकिन आतंकियों ने बेरहमी से गोलियां मारनी शुरू कर दीं। इसमें करीब 28 लोगों की जान चली गई, जबकि 20 से भी ज्यादा लोग घायल हैं।
कैसे आए थे आतंकी?
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसी जांच करने में लगी हुई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि, साजिश पाकिस्तान के रावलकोट में रची थी। पीर पंजाल की पहाड़ियों से राजौरी पहुंचे फिर चत्रु और फिर वधावन होते हुए पहलगाम पहुंचे थे।
पाकिस्तान के किस संगठन ने ली जिम्मेदारी?
पहलगाम में हुए आतंकी हले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ की तरफ से ली गई है। लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्टेड इस आतंकी संगठन का पूरा नाम द रेजिस्टेंस फ्रंट है। मालूम हो कि, इस आतंकी संगठन की तरफ से कश्मीर में कई तरह के आतंकी हमलों को अंजाम दिया है।