
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी आज रिलीज होने वाली है। वहीं पंजाब में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (एसजीपीसी) ने फिल्म की रिलीज का विरोध किया है। कमेटी ने गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर कंगना रनोट की फिल्म पर बैन लगाने की मांग की। एसजीपीसी ने है कहा कि फिल्म इमरजेंसी में सिखों की छवि को खराब तरीके से पेश किया गया है और फिल्म में इतिहास के साथ भी छेड़छाड़ की गई है।
कमेटी के चीफ हरजिंदर सिंह धामी ने फिल्म पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यदि फिल्म पंजाब में रिलीज हुई तो इससे सिख समुदाय में काफी आक्रोश और गुस्सा फैल जाएगा। इश वजह से राज्य में इसकी रिलीज पर बैन लगाना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि पिछले साल नवंबर में भी कमेटी की ओर से एक पत्र लिखकर फिल्म की रिलीज का विरोध किया गया था। ये लेटर पंजाब के मुख्य सचिव को लिखा गया था। अब जारी हुए नए लेटर में फिर फिल्म की रिलीज का विरोध किया गया है।
एसजीपीसी प्रमुख धामी ने कहा, ‘यह दुखद है कि पंजाब सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। अगर यह फिल्म 17 जनवरी 2025 को रिलीज होती है तो सिख जगत में रोष और गुस्सा पैदा होना तय है।’ इसके साथ ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने फिल्म पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया है। कमेटी ने साल 1984 में एक सैन्य अभियान में मारे गए खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरावाले के चरित्र हनन की निंदा की है। एसदजीपीसी प्रमुख ने कहा, ‘अगर फिल्म इमरजेंसी पंजाब में रिलीज हुई तो हम राज्य स्तर पर इसका कड़ा विरोध करने को मजबूर हो जाएंगे।’
बता दें कि कंगना रनौत की इमरजेंसी फिल्म 1975 से लेकर 1977 तक देश में लगे आपातकाल पर आधारित है। जब पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने देश में आंतरिक खतरों का हवाला देते हुए इमरजेंसी लगा दी थी। फिल्म 17 जनवरी को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी।