उपसरपंच करवाता था आरोपियों से डील, पुलिस कर रही पूछताछ

Chhindwara News: कपूर्दा पंचायत में ग्रामीणों को फर्जी पट्टा दिलाने के मामले में यहां के उपसरपंच संतराम जंघेला की संदिग्ध भूमिका सामने आई है। बताया जा रहा है कि उसने आरोपियों से ग्रामीणों की डील करवाई थी। आरोपियों के बयान के बाद पुलिस उपसरपंच से भी पूछताछ कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार कपूर्दा पंचायत में सडक़ किनारे बने मकान रास्ता मद की जमीन पर थे। इसे बाद में आबादी मद में परिवर्तित किया गया। इस जमीन पर 30 से अधिक मकान हैं। यहां के लोगों को पट्टा दिलवाने के नाम पर पंचायत के उपसरपंच संतराम जंघेला ने चंदनवाडा निवासी सुशील तिवारी और डुंगरिया के शैलेन्द्र उईके से मिलवाया था।

ग्रामीणों के मुताबिक उपसरपंच के कहने पर ही उन्होंने पैसे भी दिए थे। ऐसे में ग्रामीणों के बयान के बाद पुलिस इस मामले में उपसरपंच से पूछताछ करने में जुटी है। बताया जा रहा है कि इस मामले में जांच के बाद पुलिस अन्य लोगों पर मामला कायम कर सकती है।

फर्जी पट्टा मामले में दलालों की भूमिका सामने आ रही हैं। तहसील परिसर के आसपास की दुकानों में हमेशा इन दलालों का डेरा रहता है। यहां अधिकारियों से सेटिंग का झांसा देकर दलाल ग्रामीणों को फंसाते हैं।

पट्टा दिलाने के नाम पर लड़ा था चुनाव

कपूर्दा में ग्रामीणों द्वारा मकान के लिए पट्टा दिलाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। चुनाव के दौरान संतराम ने ग्रामीणों को पट्टा बनवाने का आश्वासन दिया था। उसने ही ग्रामीणों को आरोपियों से मिलवाकर उन्हें रुपए दिलवाए थे और फर्जी पट्टे का वितरण करवाया था।