
Mumbai News. शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के तहत आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों के बच्चों के दाखिले के लिए नामांकन (रजिस्ट्रेशन) की प्रक्रिया 13 जनवरी से शुरू होगी। इस साल दाखिले की प्रक्रिया जल्द शुरू होने से उम्मीद है कि दूसरे बच्चों के साथ आरटीई के तहत दाखिला लेने वाले बच्चे भी समय से पढ़ाई शुरू कर सकेंगें क्योंकि सीबीएसई बोर्ड समेत कई निजी स्कूल दाखिले की प्रक्रिया जनवरी-फरवरी तक खत्म कर देते हैं जबकि आरटीई के दाखिले अगस्त-सितंबर तक चलते रहते हैं। देरी से दाखिले का असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ता है और वे पिछड़ते चले जाते हैं। इसीलिए मांग हो रही थी कि आरटीई के दाखिले भी सीबीएसई के साथ ही शुरू किए जाएं जिसे इस साल शिक्षा विभाग ने स्वीकार कर लिया और 18 दिसंबर को ही स्कूलों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी। आप पालक संघ ने कहा कि यह अच्छी बात है कि इस बार आरटीई के दाखिले की प्रक्रिया समय पर शुरू कर दी गई है। देरी के चलते कई बार अभिभावक पैसे खर्च कर अपने बच्चों का दाखिला निजी स्कूलों में कर देते थे क्योंकि आरटीई के तहत दाखिला होगा या नहीं यह तय नहीं होता। अब अभिभावकों की यह परेशानी दूर जाएगी। दाखिले में देरी के चलते हर साल बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जातीं थीं इस बार इसमें कमी आने की उम्मीद है।
सीटें बढ़ीं, स्कूल घटे
पिछले साल के मुकाबले इस साल आरटीई के दाखिले के लिए ज्यादा सीटें उपलब्ध हैं लेकिन स्कूलों की संख्या कम हुई है। बुधवार शाम तक राज्य के 8,732 स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और दाखिले के लिए 1 लाख 7 हजार 104 सीटें उपलब्ध हैं जबकि पिछले साल 9,217 स्कूलों में 1 लाख 5 हजार 238 सीटें उपलब्ध थीं। घटते स्कूलों पर किर्दत ने कहा कि आरटीई दाखिले से बचने के लिए कई स्कूल अल्पसंख्यक दर्जा हासिल कर रहे हैं। यह कानून का दुरुपयोग है इसे रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
मुंबई में करीब छह हजार सीटें
आरटीई दाखिलों के लिए मुंबई के 324 स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इन स्कूलों में कुल 5 हजार 992 सीटें उपलब्ध हैं। दाखिले के लिए हर बार की तरह इस बार भी पुणे जिले में सबसे ज्यादा 902 स्कूलों में 17 हजार 178 सीटें उपलब्ध हैं। ठाणे जिले में आरटीई दाखिले के लिए 627 स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन कराया है जिनमें 11 हजार 326 सीटों पर दाखिला हो सकेगा।