
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का खामियाजा पाकिस्तान को भारत के पांच बड़े कदम से भुगतना पड़ा रहा है। इससे पाकिस्तान बुरी तरह से तिलमिला उठा है। इस बीच भारतीय नौसेना ने अरब सागर में बड़ी तैयारी के लिए जुट गया है। लिहाजा, इससे पाकिस्तान को युद्ध की चिंता सता रही है। इस संबंध में भारत और जर्मनी में पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित अली ने शहबाज सरकार को चेताया है।
शहबाज सरकार को पूर्व उच्चायुक्त की चेतावनी
पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित अली ने कहा कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ दिनों के अंदर भारत पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार बासित अली ने पाकिस्तान की शहबाज सरकार को चेताया कि वह आने वाले समय में कानून-व्यवस्था में अस्थिरता के लिए तैयार रहें। इस दौरान उन्होंने 2016 के उरी और 2019 के पुलवामा हमलों के बाद भारत की पिछली कार्रवाइयों की भी चर्चा की।
हालांकि, बासित अली का मानना है कि भारत के सिंधु जल संधि रद्द करने से किसी भी तरह की कूटनीतिक समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार से बलूचिस्तान और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी कार्रवाइयों की उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा, “सिंधु जल संधि को न तो समाप्त किया जा सकता है, न ही निलंबित किया जा सकता है, न ही एकतरफा संशोधन किया जा सकता है।”
पाकिस्तान ने भारत पर लगाए ये आरोप
इतना ही नहीं, बल्कि अब्दुल बासित अली ने पाकिस्तान सरकार ने आग्रह किया है कि वे सिंधु जल संधि के मध्यस्थ और गारंटर विश्व बैंक से संपर्क करे और एक मजबूत कूटनीतिक प्रतिक्रिया तैयार करे। भारत पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “भारत अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पालन नहीं कर रहा है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सीट पाने की उसकी आकांक्षाओं के लिए यह बहुत बड़ी बात है।”