‘अगर घुसपैठ हो रही है तो यह केंद्र की नाकामी..राज्य की नहीं’, कांग्रेस ने किया ममता बनर्जी के बयान का समर्थन!

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बांग्लादेशी घुसपैठियों के बीएसएफ की सहायता से भारतीय सीमा में घुसने वाले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर कांग्रेस सांसद केएल शर्मा ने कहा कि इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ” बॉर्डर पर कुछ जगहों पर बीएसएफ और कुछ जगहों पर एसएसबी निगरानी करती है। ये सारे पैरामिलिट्री फोर्सेज केंद्र सरकार के अधीन आती हैं। अगर घुसपैठिए देश में आ रहे हैं, तो यह केंद्र सरकार की नाकामी है। इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है। अगर पंजाब से भी कोई घुसपैठ होती है, तो यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी नहीं है।”

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने भी ममता बनर्जी के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी उन्होंने कहा, “हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह को एक टीवी इंटरव्यू में कहते हुए सुना था कि वहां पर भारत का बॉर्डर करीब 93 प्रतिशत तक सील हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद लोग घुसपैठ कर रहे हैं तो यह किसकी चूक है। बॉर्डर और बीएसएफ केंद्र सरकार के अधीन आता है, ये उन्हीं की जिम्मेदारी है। ममता बनर्जी ने क्या कहा है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन अगर ऐसी बात कही गई है, तो इसको गंभीरता से लेना चाहिए।”

क्या बोली थी ममता?

बता दें कि पं. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि BSF पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश से घुसपैठियों को अपनी सीमा में घुसने की इजाजत दे रही है। वहीं, सीमा सुरक्षा बल पर महिलाओं पर अत्याचार करने का भी इल्जाम लगाया।

उन्होंने कहा- BSF अलग-अलग इलाकों से बंगाल में घुसपैठ करा रही है। बीएसएफ महिलाओं पर अत्याचार भी कर रही है। मैं डीजीपी से कहूंगी कि वे जांच करें कि किन जगहों से लोगों को बीएसएफ ने घुसने दिया है, क्योंकि सीमा हमारे हाथ में नहीं है। अगर कोई आरोप लगाता है कि टीएमसी घुसपैठ करवा रही है तो मैं कहूंगी कि सीमा बीएसएफ के अधीन है और बीएसएफ ही ये सब कर रही है, इसलिए हमें दोष न दें और घुसपैठ के लिए टीएमसी पर आरोप न लगाएं।

टीएमसी चीफ ने कहा, ‘टीएमसी, बीएसएफ की सुरक्षा नहीं कर रही है। लेकिन पुलिस के पास सारी जानकारी है। केंद्र के पास सारी जानकारी है। राजीव कुमार ने मुझे कुछ जानकारी दी है और मुझे कुछ स्थानीय जानकारी भी मिली है। मैं इस संबंध में एक पत्र लिखूंगी। मैं यहां और बांग्लादेश में भी शांति चाहती हूं। हमारे बीच कोई दुश्मनी नहीं है। अगर मुझे नजर आएगा कि कोई मेरे राज्य में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है तो मैं विरोध करूंगी।’